सिरदर्द की समस्या पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में अधिक पायी जाती है. शारीरिक बदलावों की वजह से सिरदर्द महिलाओं में अधिक होता है. इसके अलावा असमय खाने और कम पानी पीने की वजह से भी सर दर्द की समस्या हो सकती है.
सिरदर्द की आयुर्वेदिक चिकित्सा
शिरशूलादि वज्र रस, सूतशेखर रस, गोदंती भस्म, लक्ष्मीविलास रस चारों 10-10 gram लेकर मिला लें. इस मिश्रण की 30 पुडिया बना लें. सुबह शाम खाली पेट शहद के साथ 1-1 पुडिया ले लें. 1 घंटे तक कुछ ना खाएं. खाना खाने के बाद पथ्यादि काढ़ा और अमृतारिष्ट 4-4 चम्मच एक कप गुनगुने पानी में डालकर पी लें.
यदि किसी महिला को उसकी महिलाओं सम्बन्धी समस्या के कारण सिरदर्द है तो भोजन के बाद एफ-22 टॉनिक, या सुंदरी संजीवनी आधा कप गुनगुने पानी में डालकर पियें. इसके साथ सूबह नाश्ते के बाद और रात को खाने के बाद 2-2 गोली अशोल टेबलेट 3-4 माह तक लें.
सिर दर्द के लिए सावधानी और उपाय
आमतौर पर सिर दर्द पेट की खराबी या तनाव के कारण होता है. कभी कभी ठण्ड लगने पर भी सिर दर्द हो जाता है. ,किसी को भूख लगने पर भी सिरदर्द होने लगता है. सिरदर्द से बचने के लिए निम्न उपाय और सावधानियां बरतनी चाहियें –
- पेट साफ़ रखें और कब्ज़ न होने दें.
- रोजाना प्रचुर मात्रा में पानी पियें.
- नियमित 8 घंटे की गहरी नींद लें.
- खाने में प्रचुर मात्रा में फाइबर लें.
- खाने के बीच में अंतर रखें. हो सके तो दिन में दो बार ही खाना खाएं.
- चाय-कॉफ़ी बंद कर दें, जिससे पेट में गैस न बने.
- यदि खाली पेट होने पर दर्द होता है तो लम्बे समाया तक खाली पेट न रहें.